UPI New Rule – भारत में डिजिटल पेमेंट के नियमों में 2025 से बड़ा बदलाव किया गया है। अब पैसे भेजने और लेने का तरीका पहले जैसा नहीं रहेगा। UPI (Unified Payments Interface) को और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मिलकर नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों का असर GPay, PhonePe, Paytm जैसे सभी पेमेंट ऐप्स पर पड़ेगा। इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य फेक ट्रांजेक्शन, फ्रॉड और साइबर ठगी को रोकना है। अब हर पेमेंट में यूजर्स को दो-स्टेप वेरिफिकेशन से गुजरना होगा जिसमें OTP के साथ बायोमेट्रिक या फेस ऑथेंटिकेशन अनिवार्य होगा। इससे डिजिटल पेमेंट का भरोसा और सुरक्षा दोनों बढ़ेगी।

GPay और PhonePe यूजर्स के लिए नया सिस्टम लागू
2025 के UPI नियमों के तहत Google Pay और PhonePe यूजर्स को हर ट्रांजेक्शन से पहले डबल वेरिफिकेशन करना होगा। पहले केवल PIN या OTP से पेमेंट किया जाता था, लेकिन अब इसके साथ फेस वेरिफिकेशन या फिंगरप्रिंट ऑथेंटिकेशन भी जरूरी होगा। इसके अलावा, एक दिन की ट्रांजेक्शन लिमिट को ₹1 लाख से घटाकर ₹75,000 किया जा सकता है ताकि किसी यूजर का अकाउंट हैक होने पर नुकसान कम हो। NPCI के अनुसार, नए सिस्टम को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा और सभी बैंकों को अपने सिस्टम अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे डिजिटल पेमेंट में पारदर्शिता आएगी और धोखाधड़ी की संभावना कम होगी।
पैसे भेजने और लेने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव
अब UPI में “Real-Time Transaction Monitoring” फीचर जोड़ा गया है, जो किसी भी संदिग्ध पेमेंट को तुरंत रोक देगा। इसका मतलब यह है कि अगर किसी अकाउंट से अचानक बड़ी रकम ट्रांसफर होती है, तो सिस्टम उसे ब्लॉक कर देगा और बैंक को अलर्ट भेजेगा। रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक हाई-वैल्यू पेमेंट पर लिमिट लगाई गई है ताकि रात में होने वाले फेक ट्रांजेक्शन को रोका जा सके। UPI 2.0 के बाद अब 2025 में यह UPI 3.0 सिस्टम लॉन्च हुआ है जो अधिक सुरक्षित और तेज़ है। इससे न केवल यूजर्स को बल्कि छोटे व्यापारियों को भी फायदा होगा।
GPay और PhonePe यूजर्स के लिए जरूरी सावधानियां
जो लोग GPay और PhonePe का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अब अपने ऐप्स को तुरंत अपडेट करना चाहिए। पुराने वर्जन में किए गए पेमेंट असफल हो सकते हैं। साथ ही, यूजर्स को अपने बैंक रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल को भी अपडेट रखना चाहिए ताकि OTP और अलर्ट समय पर मिल सकें। किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें और फिशिंग कॉल से बचें। अगर किसी ट्रांजेक्शन में दिक्कत आती है तो तुरंत बैंक या UPI हेल्पलाइन से संपर्क करें। नए नियमों के तहत हर ट्रांजेक्शन पर पारदर्शी रिपोर्टिंग होगी जिससे किसी भी गड़बड़ी को तुरंत पकड़ा जा सकेगा।

UPI New Rule 2025 के फायदे
UPI के नए नियम 2025 डिजिटल इंडिया के विजन को और मजबूत बनाएंगे। अब यूजर्स को भरोसेमंद और सुरक्षित पेमेंट सिस्टम मिलेगा। फेक अकाउंट्स और ठगी के मामलों में तेजी से कार्रवाई होगी। इससे छोटे व्यापारियों को भी डिजिटल पेमेंट स्वीकारने में आसानी होगी। NPCI का कहना है कि 2025 के नियमों से देश में डिजिटल पेमेंट का उपयोग 30% तक बढ़ सकता है। यह बदलाव न सिर्फ सुरक्षा बल्कि सुविधा के मामले में भी बड़ा कदम है, जो भारत को पूरी तरह कैशलेस अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे ले जाएगा।