Solar Pump Subsidy Yojana 2025 – भारत सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही सोलर पंप सब्सिडी योजना 2025 का उद्देश्य है किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती और सुलभ ऊर्जा प्रदान करना। यह योजना खास तौर पर उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो डीजल इंजन या अनियमित बिजली पर निर्भर रहते हैं। अब किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए बिजली की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी और न ही डीजल पर भारी खर्च करना पड़ेगा। सरकार इस योजना के तहत 60% से लेकर 90% तक की सब्सिडी दे रही है, जिससे किसान बेहद कम लागत में सोलर पंप लगवा सकते हैं। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि एक बार सोलर पंप लग जाने के बाद किसानों को लंबे समय तक कोई मेंटेनेंस खर्च नहीं उठाना पड़ेगा। यह योजना न सिर्फ किसानों की आय में बढ़ोतरी लाएगी, बल्कि पर्यावरण के लिए भी हितकारी है, क्योंकि इसमें प्रदूषण नहीं होता और यह अक्षय ऊर्जा पर आधारित है।

किसानों को मिलेगी बड़ी सब्सिडी – आवेदन शुरू
सोलर पंप सब्सिडी योजना 2025 में आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और किसान ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। जिन किसानों के पास अपनी खेती की ज़मीन है और जो सिंचाई में बिजली या डीजल पंप का उपयोग करते हैं, वे इस योजना के लिए पात्र हैं। विशेष वर्ग जैसे अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों को 90% तक सब्सिडी दी जा रही है जबकि अन्य वर्गों को 60% तक की सहायता दी जाएगी। किसानों को केवल 10% से 40% राशि ही खुद वहन करनी होगी। सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना से किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जाए और उन्हें तकनीक से जोड़ा जाए। इससे कृषि की उत्पादकता बढ़ेगी और किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज
योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को अपने राज्य की कृषि या ऊर्जा विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए किसान को कुछ जरूरी दस्तावेज जैसे कि आधार कार्ड, भूमि के कागज़ात, बैंक खाता विवरण, फोटो और मोबाइल नंबर की जरूरत होगी। आवेदन की अंतिम तिथि 26 अक्टूबर 2025 रखी गई है, इसलिए समय रहते फॉर्म भरना आवश्यक है। आवेदन सफल होने के बाद सरकार द्वारा सोलर पंप की व्यवस्था कराई जाएगी और सब्सिडी की राशि सीधे किसान के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। कुछ राज्यों में ऑफलाइन आवेदन की सुविधा भी कृषि केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध कराई गई है।
सोलर पंप के फायदे
सोलर पंप से किसानों को डीजल या बिजली के बढ़ते खर्च से राहत मिलती है। यह पंप सूरज की रोशनी से चलते हैं, जिससे पर्यावरण को भी लाभ होता है। इसके अलावा, बैकअप बैटरी के कारण रात में भी सीमित सिंचाई संभव हो जाती है। यह प्रणाली टिकाऊ है और 15–20 साल तक काम करती है। इससे किसानों की कमाई बढ़ती है और उन्हें अतिरिक्त आमदनी का अवसर भी मिलता है, जैसे कि सोलर ग्रिड में बिजली बेचने की सुविधा। इस तरह सोलर पंप सब्सिडी योजना 2025 किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है।