Gold Price 7 October – सोने की कीमतों में एक बार फिर जबरदस्त गिरावट देखी गई है, जिससे बाजार में हलचल मच गई है। मंगलवार को अचानक सोने का भाव औंधे मुंह गिर गया, जिससे निवेशकों और खरीदारों दोनों को झटका लगा है। त्योहारी सीजन की शुरुआत से पहले आई इस गिरावट ने आम जनता के लिए सोना खरीदने का बेहतरीन मौका प्रदान किया है। खासकर जिन लोगों की शादियां या निवेश की योजनाएं हैं, उनके लिए यह समय बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की ताजा दरों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है, जिससे सर्राफा बाजार में भीड़ बढ़ने की संभावना है। जानकारों का मानना है कि वैश्विक बाजार में आई कमजोरी और डॉलर की मजबूती ने इस गिरावट को बढ़ावा दिया है।

भारत में 7 अक्टूबर को सोने की कीमत में भारी गिरावट
7 अक्टूबर 2025 को देशभर के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में एक साथ गिरावट देखी गई। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में 24 कैरेट और 22 कैरेट दोनों तरह के सोने की दरों में औसतन ₹500 से ₹700 प्रति 10 ग्राम तक की कमी आई है। इस गिरावट से उन लोगों को राहत मिली है जो लंबे समय से सोने की कीमतों में गिरावट का इंतजार कर रहे थे। त्योहारी सीजन और शादी-ब्याह की तैयारियों के बीच यह गिरावट ग्राहकों के लिए एक सुनहरा अवसर बनकर आई है। विशेषज्ञों के अनुसार, अभी कुछ दिनों तक कीमतों में इसी तरह की नरमी बनी रह सकती है।
22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की ताजा रेट्स क्या हैं?
अगर हम 7 अक्टूबर 2025 को भारत में जारी ताजा रेट्स की बात करें, तो 22 कैरेट सोना ₹54,800 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जबकि 24 कैरेट शुद्ध सोना ₹59,800 प्रति 10 ग्राम के करीब ट्रेड कर रहा है। यह कीमतें बीते हफ्ते की तुलना में लगभग ₹600 कम हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि बाजार में गिरावट का रुख बना हुआ है। 22 कैरेट सोना आमतौर पर ज्वेलरी बनाने में इस्तेमाल होता है, वहीं 24 कैरेट सोना निवेश और बिस्किट/कॉइन के रूप में ज्यादा उपयोग होता है।
सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे क्या हैं कारण?
सोने की कीमतों में इस गिरावट के पीछे कई आर्थिक और वैश्विक कारण जिम्मेदार हैं। सबसे पहले, डॉलर की मजबूती और अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड की यील्ड में बढ़ोतरी ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग को कम किया है। इसके साथ ही, चीन और यूरोप में आर्थिक मंदी की आशंका, तेल की बढ़ती कीमतें और डॉलर की मांग ने सोने की चमक को कम कर दिया है। घरेलू बाजार में भी मांग में अस्थायी गिरावट देखी गई है, क्योंकि लोग त्योहारी ऑफर्स और फेस्टिव सीजन की बड़ी सेल का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा, भारत में रुपये की कमजोरी और स्टॉक मार्केट में तेजी आने से निवेशकों का रुझान शेयर बाजार की ओर गया है, जिससे गोल्ड में निवेश घटा है। इन सभी कारणों से 22 कैरेट और 24 कैरेट दोनों ही किस्मों के दाम में गिरावट देखने को मिली है।
क्या यही सही समय है सोना खरीदने का?
अगर आप लंबे समय से सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो 7 अक्टूबर की यह गिरावट आपके लिए एक बड़ा मौका बन सकती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब भी सोने की कीमतों में अचानक गिरावट आती है, तो यह खरीदारी के लिए उपयुक्त समय होता है। हालांकि, निवेश करने से पहले बाजार की मौजूदा परिस्थितियों और आगामी वैश्विक घटनाओं पर नजर रखना जरूरी है। यदि डॉलर और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी बनी रहती है, तो सोने की कीमतों में और गिरावट संभव है। लेकिन अगर आप फिजिकल गोल्ड खरीदना चाहते हैं—जैसे ज्वेलरी, गोल्ड कॉइन या बार—तो मौजूदा रेट्स बहुत आकर्षक हैं।