Free Driving Licence – उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘Mission Shakti’ के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। अब राज्य की प्रत्येक पात्र महिला को **Free Driving Licence** देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिससे लाखों महिलाओं को न सिर्फ सशक्त बनाया जाएगा, बल्कि रोजगार और आत्मनिर्भरता के नए रास्ते भी खुलेंगे। इस योजना का मकसद महिलाओं को परिवहन के क्षेत्र में भी स्वतंत्र बनाना है, जिससे वे स्वयं वाहन चला सकें और किसी पर निर्भर न रहें। यह सुविधा खासकर उन महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित होगी जो ग्रामीण या अर्ध-शहरी इलाकों में रहती हैं, जहां महिलाओं के लिए सार्वजनिक परिवहन की सुविधाएं सीमित होती हैं। सरकार ने इस योजना को मिशन मोड में लागू किया है और इसके लिए विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। आने वाले महीनों में सरकार का लक्ष्य लाखों महिलाओं को मुफ्त ड्राइविंग लाइसेंस देना है। आइए विस्तार से जानते हैं कि यह सुविधा कब और कैसे मिलेगी।

Mission Shakti के तहत कैसे मिलेगा Free Driving Licence?
Mission Shakti योजना के अंतर्गत Free Driving Licence के लिए राज्य सरकार ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके लिए जिला परिवहन कार्यालयों और क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट कार्यालयों (RTO) में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं, जहां महिलाएं आवेदन कर सकती हैं। आवेदन प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बना दिया गया है ताकि कोई भी महिला आसानी से इसका लाभ ले सके। इसके लिए महिलाओं को आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ निर्धारित फॉर्म भरकर जमा करना होता है। आवेदिका को एक नजदीकी लाइसेंस टेस्ट सेंटर पर जाकर ट्रायल देना होता है और ट्रायल पास करने पर उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस बिल्कुल मुफ्त में जारी कर दिया जाता है। खास बात यह है कि इसके लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा और लाइसेंस की प्रक्रिया को त्वरित रूप से पूरा किया जाएगा। Mission Shakti टीम द्वारा सभी महिलाओं को प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी दी जा रही है।
किन महिलाओं को मिलेगा लाभ और कब तक कर सकते हैं आवेदन?
इस योजना का लाभ उत्तर प्रदेश की सभी अविवाहित, विवाहित और विधवा महिलाओं को मिलेगा जो 18 वर्ष या उससे अधिक आयु की हैं और वाहन चलाने की इच्छुक हैं। प्राथमिकता ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को दी जा रही है, जो सीमित संसाधनों के कारण वाहन चलाना नहीं सीख पाईं या लाइसेंस नहीं बनवा सकीं। आवेदन करने की अंतिम तिथि अभी जिला स्तर पर तय की जा रही है, लेकिन कई जिलों में यह प्रक्रिया 15 अक्टूबर 2025 तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद महिलाओं को ड्राइविंग प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जो पूरी तरह निःशुल्क होगा। योजना में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि महिलाओं को सुरक्षित और योग्य प्रशिक्षक उपलब्ध कराए जाएं। इस अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं जुड़ सकें।
Mission Shakti से जुड़े अन्य फायदे और महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम
Mission Shakti योजना सिर्फ ड्राइविंग लाइसेंस तक ही सीमित नहीं है। इसके तहत महिलाओं को रोजगार, सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी कई सुविधाएं दी जा रही हैं। खासकर ग्रामीण महिलाओं के लिए यह योजना एक क्रांतिकारी कदम है। फ्री ड्राइविंग लाइसेंस के जरिए महिलाओं को न सिर्फ यात्रा की सुविधा मिलेगी, बल्कि वे वाहन चला कर स्वरोजगार भी शुरू कर सकती हैं जैसे कि कैब सेवा, स्कूल वैन चलाना, या डिलीवरी कार्य। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे समाज में एक सशक्त स्थान बना सकेंगी। Mission Shakti का उद्देश्य हर महिला को आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वे बिना किसी पर निर्भर हुए अपने निर्णय स्वयं ले सकें।

सरकार की योजना को लेकर जनता का क्या है रिएक्शन?
योजना की घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया और गांव-गांव में इसकी जमकर चर्चा हो रही है। ज्यादातर महिलाएं इसे सरकार का स्वागत योग्य कदम बता रही हैं। कई महिलाएं कह रही हैं कि ड्राइविंग लाइसेंस उनके लिए अब तक एक सपना था जो Mission Shakti के माध्यम से साकार हो रहा है। साथ ही कई युवतियां इस योजना के तहत लाइसेंस पाकर स्वरोजगार शुरू करने की तैयारी में हैं। विपक्षी दलों ने इसे चुनावी स्टंट करार दिया है, लेकिन सरकार का कहना है कि महिला सशक्तिकरण उसका सर्वोच्च एजेंडा है और यह योजना उसी का हिस्सा है। अगर यह योजना अपने लक्ष्य को प्राप्त करती है, तो यह महिलाओं की आज़ादी और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकती है।