FASTag Fee Change – सरकार ने FASTag यूजर्स के लिए बड़ा ऐलान किया है — जल्द ही टोल टैक्स से जुड़ी फीस और रेट्स में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। सड़क परिवहन मंत्रालय ने नई जानकारी जारी करते हुए बताया है कि आने वाले हफ्तों में FASTag शुल्क और टोल दरों को रिवाइज किया जाएगा ताकि नेशनल हाइवे इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया जा सके। मौजूदा समय में देशभर में लगभग 8 करोड़ से ज्यादा FASTag यूजर्स हैं, और ये बदलाव उनके दैनिक ट्रैवल बजट को प्रभावित कर सकता है। मंत्रालय का कहना है कि नई दरें चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएंगी और इसका उद्देश्य टोल सिस्टम को अधिक डिजिटल और ट्रांसपेरेंट बनाना है। ड्राइवरों और वाहन मालिकों को सलाह दी गई है कि वे FASTag अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस रखें ताकि बढ़ी हुई फीस के चलते ट्रांजेक्शन फेल न हो।

FASTag Toll Rate Hike 2025: नए टोल चार्ज का असर
सरकार के अनुसार, FASTag टोल रेट्स में यह बदलाव देशभर में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की सिफारिशों के बाद किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टोल फीस में 5% से 10% तक की बढ़ोतरी हो सकती है, जो कि अलग-अलग राज्यों और हाइवे कैटेगरी के अनुसार तय की जाएगी। इस कदम से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में तेजी आने की उम्मीद है, लेकिन आम जनता पर इसका असर सीधा जेब पर पड़ेगा। विशेष रूप से दैनिक आने-जाने वाले वाहन मालिकों को हर महीने अतिरिक्त खर्च का सामना करना पड़ सकता है। इसके बावजूद, सरकार का दावा है कि डिजिटल भुगतान प्रणाली के कारण पारदर्शिता और समय की बचत सुनिश्चित होगी।
FASTag Fee Revision: किन यूजर्स पर सबसे ज्यादा असर
FASTag शुल्क में बदलाव का सबसे ज्यादा असर उन यूजर्स पर पड़ेगा जो नियमित रूप से टोल प्लाज़ा से गुजरते हैं, जैसे ट्रक ड्राइवर्स, कैब सर्विस ऑपरेटर्स और लॉन्ग-डिस्टेंस ट्रैवलर्स। इनके लिए हर दिन का खर्च कुछ रुपये बढ़ सकता है, जो महीने भर में बड़ा आंकड़ा बन सकता है। हालांकि, सरकार का कहना है कि बढ़ी हुई फीस के साथ सड़क रखरखाव और सुरक्षा मानकों में भी सुधार किया जाएगा। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि FASTag से संबंधित किसी अतिरिक्त सर्विस चार्ज या पेनाल्टी में फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा, जिससे यूजर्स को राहत मिल सकती है।
NHAI द्वारा जारी नई गाइडलाइन और टाइमलाइन
NHAI ने इस बदलाव को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें कहा गया है कि नई टोल दरें नवंबर 2025 से लागू हो सकती हैं। सभी टोल ऑपरेटर्स को निर्देश दिया गया है कि वे अपडेटेड रेट्स को अपने सिस्टम में इंटीग्रेट करें और यात्रियों को SMS या FASTag ऐप के माध्यम से पहले से सूचना दी जाए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि किसी को अचानक बढ़ी हुई दरों से परेशानी न हो। मंत्रालय ने जनता से अपील की है कि वे पुराने FASTag स्टिकर को समय पर रिप्लेस करें और अकाउंट डिटेल्स को अपडेट रखें ताकि भुगतान में किसी भी प्रकार की बाधा न आए।

भविष्य की योजनाएं और FASTag का डिजिटल विस्तार
सरकार आने वाले समय में FASTag को और भी स्मार्ट बनाने की योजना पर काम कर रही है। 2026 तक ‘वन नेशन वन टोल कार्ड’ योजना लागू करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत यूजर्स अपने FASTag का उपयोग पार्किंग, पेट्रोल स्टेशन और अन्य टोल-संबंधित पेमेंट्स के लिए भी कर सकेंगे। इससे डिजिटल इंडिया मिशन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को कैशलेस ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलेगी। मंत्रालय का कहना है कि यह बदलाव केवल फीस बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे ट्रांसपोर्ट सिस्टम को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।