EPFO Update – जनवरी 2026 से प्रोविडेंट फंड (PF) निकालने की प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बना दिया जाएगा। EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) ने यह फैसला लिया है ताकि करोड़ों कर्मचारियों को PF क्लेम करने में अब और आसान और तेज़ अनुभव मिल सके। अभी तक की प्रक्रिया में भौतिक दस्तावेज, हस्ताक्षर और नियोक्ता की मंज़ूरी जैसी कई बाधाएं थीं, जिससे कर्मचारी अक्सर परेशान रहते थे। लेकिन अब EPFO एक डिजिटल सिस्टम लागू कर रहा है, जिसमें आधार आधारित पहचान, मोबाइल OTP वेरिफिकेशन और बैंक खाते की पुष्टि जैसे सुविधाजनक विकल्प शामिल होंगे। यह सुविधा विशेष रूप से उन कर्मचारियों के लिए फायदेमंद होगी जो ग्रामीण इलाकों में रहते हैं या ऑफिस जाकर आवेदन नहीं कर सकते। यह कदम भारत सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान को भी मजबूती देगा।

EPFO की डिजिटल शुरुआत से भारतीय कर्मचारियों को राहत
EPFO का यह डिजिटल कदम जनवरी 2026 से पूरे भारत में लागू किया जाएगा। इसके तहत कर्मचारी अब बिना किसी कागजी प्रक्रिया के सीधे ऑनलाइन पोर्टल या मोबाइल ऐप से PF क्लेम कर सकेंगे। पहले जहां PF निकालने में 10 से 15 दिन लगते थे, अब यह प्रक्रिया मात्र 2 से 3 दिन में पूरी हो जाएगी। कर्मचारी केवल अपना आधार नंबर दर्ज करेंगे, मोबाइल पर OTP आएगा और बैंक खाता विवरण भरना होगा। KYC पहले से अपडेट है तो कोई अतिरिक्त दस्तावेज़ नहीं लगेगा। इससे पूरे प्रोसेस में पारदर्शिता और भरोसा बढ़ेगा। EPFO की यह पहल देश के करोड़ों नौकरीपेशा लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगी।

पेपरलेस प्रोसेस से होगी समय और पैसे की बचत
नई डिजिटल प्रक्रिया से पेपरलेस क्लेम की सुविधा मिलेगी, जिससे दस्तावेज़ों की स्कैनिंग, अपलोड और फॉर्म भरने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। कर्मचारी घर बैठे अपना क्लेम सबमिट कर पाएंगे। इस सुविधा से ऑफिस के चक्कर लगाने, छुट्टी लेने और लंबा इंतजार करने जैसी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। खासकर वे कर्मचारी जो किसी अन्य शहर या गांव में रहते हैं, उनके लिए यह तकनीकी सुविधा वरदान साबित होगी। यह न केवल समय की बचत करेगा बल्कि कर्मचारियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अधिक विश्वास दिलाएगा।
PF क्लेम में होंगे ये मुख्य बदलाव
इस नई प्रक्रिया के तहत PF निकालने के लिए अब नियोक्ता की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। कर्मचारी खुद ही पोर्टल पर लॉगिन कर ऑनलाइन क्लेम फाइल कर सकते हैं। इसके लिए आधार से लिंक मोबाइल नंबर और बैंक खाता अनिवार्य होगा। EPFO का ऑटोमैटेड सिस्टम खुद ही क्लेम का मूल्यांकन करेगा और सही पाए जाने पर कुछ ही दिनों में पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा। हर स्टेप पर कर्मचारी को SMS और ईमेल के माध्यम से अपडेट मिलते रहेंगे।

डिजिटल क्लेम के फायदे और सुरक्षा व्यवस्था
डिजिटल प्रक्रिया में OTP, आधार प्रमाणीकरण और बैंक वेरिफिकेशन जैसे सुरक्षा उपाय शामिल किए गए हैं, जिससे फ्रॉड या गलत क्लेम की संभावना काफी कम हो जाती है। EPFO ने यूजर डेटा को सुरक्षित रखने के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन भी अपनाया है। हर कर्मचारी को क्लेम स्टेटस की लाइव जानकारी मिलती रहेगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी। यह पूरी व्यवस्था खासकर उन लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी जो पहले दस्तावेजों और समय की कमी की वजह से PF क्लेम नहीं कर पाते थे।