ATM Crad New Rule – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एटीएम से कैश निकासी से जुड़े नए नियम और गाइडलाइन जारी किए हैं, जिन्हें हर एटीएम कार्ड धारक को जानना जरूरी है। बढ़ते फ्रॉड और साइबर क्राइम के मामलों को देखते हुए, RBI का यह कदम ग्राहकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। अब हर एटीएम ट्रांजैक्शन के लिए बैंक अतिरिक्त वेरिफिकेशन प्रोसेस लागू करेंगे, जिसमें OTP, बायोमेट्रिक या अन्य डिजिटल वेरिफिकेशन शामिल होगा। इसके अलावा, कुछ बैंकों ने लिमिट और समय सीमा में भी बदलाव किया है ताकि रात के समय अनाधिकृत ट्रांजैक्शन को रोका जा सके। अगर आप भी नियमित रूप से एटीएम का उपयोग करते हैं, तो इन नियमों को जानना आपके पैसे की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।

एटीएम से पैसे निकालने के लिए नया OTP सिस्टम लागू
RBI के नए निर्देशों के अनुसार अब अधिकांश बैंकों में ₹10,000 या उससे अधिक की एटीएम निकासी पर OTP वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। इसका मतलब यह है कि जब भी कोई ग्राहक बड़ी राशि निकालने का प्रयास करेगा, उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाएगा, जिसे सही दर्ज करने पर ही ट्रांजैक्शन पूरा होगा। यह सिस्टम विशेष रूप से रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक की निकासी पर लागू रहेगा। इसका उद्देश्य ग्राहकों को धोखाधड़ी और स्किमिंग जैसे मामलों से बचाना है। बैंक अब एटीएम मशीनों में रीयल-टाइम वेरिफिकेशन तकनीक का उपयोग कर रहे हैं ताकि सुरक्षा स्तर और मजबूत हो सके।
एटीएम कार्ड लिमिट और टाइमिंग में बदलाव
RBI की नई गाइडलाइन के अनुसार, अब बैंकों को ग्राहकों की निकासी सीमा और टाइमिंग को पुनः निर्धारित करना होगा। कई बैंकों ने अब दैनिक लिमिट ₹25,000 से घटाकर ₹20,000 कर दी है ताकि अनधिकृत निकासी को रोका जा सके। साथ ही, देर रात या अनजान लोकेशन से किए गए ट्रांजैक्शन पर बैंक तत्काल नोटिफिकेशन भेजेंगे। कुछ बैंकों ने “Geo-Tracking System” भी शुरू किया है, जिससे पता लगाया जा सकेगा कि ग्राहक का एटीएम उपयोग उसकी लोकेशन से मेल खाता है या नहीं। यह बदलाव ग्राहकों की सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
बायोमेट्रिक और फेस रिकग्निशन सिस्टम से ट्रांजैक्शन
RBI के नए दिशानिर्देशों में बायोमेट्रिक और फेस रिकग्निशन को भी शामिल किया गया है। आने वाले महीनों में कई बैंकों के एटीएम मशीनों में फिंगरप्रिंट और फेस स्कैन की सुविधा जोड़ी जाएगी। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पैसा केवल असली कार्ड धारक ही निकाल सके। इस सिस्टम के तहत कार्ड डालने के बाद मशीन ग्राहक की उंगली का निशान या चेहरा स्कैन करेगी और मिलान होने पर ही ट्रांजैक्शन की अनुमति देगी। यह तकनीक फिलहाल मेट्रो सिटी से शुरू होकर धीरे-धीरे सभी राज्यों में लागू की जाएगी।
ग्राहकों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए
नए नियमों के बाद ग्राहकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। एटीएम का उपयोग करते समय हमेशा आसपास की जगह पर नजर रखें और किसी अजनबी की मदद न लें। अपना PIN किसी से साझा न करें और यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत बैंक को सूचित करें। RBI ने यह भी कहा है कि ग्राहक अब “एटीएम ट्रांजैक्शन अलर्ट सर्विस” को जरूर एक्टिव करें ताकि हर निकासी का मैसेज तुरंत मिले। साथ ही, बैंक की मोबाइल एप या नेटबैंकिंग से अपनी लिमिट सेट करें ताकि जोखिम कम किया जा सके।