PM Kisan Yojana – दिवाली 2025 के मौके पर किसानों को केंद्र सरकार की ओर से एक बड़ी सौगात मिली है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त का पैसा किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होना शुरू हो गया है, जिससे करोड़ों किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। इस बार की किस्त को ‘दिवाली गिफ्ट’ का नाम दिया जा रहा है, क्योंकि अक्टूबर 2025 की शुरुआत से ही ये राशि किसानों के खातों में आनी शुरू हो गई है। सरकार द्वारा हर पात्र किसान को ₹2000 की सहायता राशि भेजी जा रही है, जो साल में तीन बार दी जाती है। खास बात यह है कि इस बार दिवाली और रबी फसल की बुआई एक साथ होने के कारण इस किस्त का महत्व और भी बढ़ गया है। केंद्र सरकार का कहना है कि यह आर्थिक मदद किसानों को खाद, बीज और अन्य जरूरी चीजों की खरीद में मदद करेगी। ऐसे में यह योजना किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है, खासकर छोटे और सीमांत किसानों के लिए।

पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त से पहले क्या थी तैयारी?
पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त जारी करने से पहले केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर एक व्यापक तैयारी की थी। किसानों के बैंक खाते आधार से लिंक कराए गए, ई-केवाईसी अनिवार्य किया गया और भू-अभिलेखों का सत्यापन करवाया गया ताकि सिर्फ असली लाभार्थियों को ही यह राशि मिले। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि पैसा सीधे डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए किसानों के खातों में पहुंचे ताकि किसी बिचौलिए की भूमिका न रहे। इस बार कुल करीब 9 करोड़ किसानों को ₹18,000 करोड़ की राशि ट्रांसफर की जा रही है। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक पोर्टल पर भुगतान की स्थिति चेक करने की सुविधा भी दी गई है। इससे किसानों को यह जानने में आसानी हुई कि उन्हें पैसा मिला है या नहीं। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर और CSC केंद्रों से भी मदद मिल रही है।
किसानों को क्या फायदे होंगे दिवाली से पहले इस भुगतान के?
दिवाली जैसे बड़े त्योहार से ठीक पहले किसानों के खाते में ₹2000 की किस्त आना, उनके लिए केवल आर्थिक मदद नहीं बल्कि एक मानसिक संतुलन भी देता है। इस समय किसान अपनी रबी फसलों की तैयारी में जुटे होते हैं – बीज, खाद, कीटनाशक और ट्रैक्टर जैसी चीज़ों की जरूरत होती है। ऐसे में पीएम किसान योजना की यह 21वीं किस्त उनकी इस तैयारी को मजबूती देती है। इसके अलावा त्योहारों के समय ग्रामीण क्षेत्रों में भी बाजार में खरीदारी का माहौल बनता है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी गति आती है। कई किसान इस राशि का उपयोग बच्चों की पढ़ाई या घर के अन्य खर्चों में भी करते हैं। इस बार दिवाली से पहले पैसा आने से ग्रामीण इलाकों में उत्सव का माहौल दोगुना हो गया है। किसान वर्ग सरकार के इस कदम से काफी संतुष्ट नजर आ रहा है।
किन्हें नहीं मिलेगा इस बार का लाभ?
पीएम किसान योजना के तहत लाभ पाने के लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं। जिन किसानों ने ई-केवाईसी पूरी नहीं की है, या जिनके भूमि रिकॉर्ड सही नहीं हैं, उन्हें इस बार की किस्त नहीं मिल पाएगी। इसके अलावा जिन लाभार्थियों के बैंक खाते आधार से लिंक नहीं हैं या जिनका बैंक अकाउंट इनएक्टिव है, उनका भुगतान फेल हो सकता है। कई बार देखा गया है कि किसान का नाम गलत दर्ज होने के कारण भी भुगतान रुक जाता है। सरकार ने बार-बार किसानों से अपील की है कि वे पोर्टल पर जाकर अपने स्टेटस को चेक करें और अगर कोई त्रुटि हो तो उसे समय रहते ठीक करवाएं। इस बार बड़ी संख्या में किसानों को भुगतान रोक दिया गया है क्योंकि वे दस्तावेज अपडेट नहीं करा सके। ऐसे में अगर किसान चाहते हैं कि अगली किस्त मिले, तो सभी जरूरी डॉक्यूमेंट और ई-केवाईसी जल्द से जल्द पूरा करना जरूरी है।

कैसे करें अपना भुगतान स्टेटस चेक और शिकायत दर्ज?
अगर आप पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त के लाभार्थी हैं और अभी तक पैसा नहीं आया है, तो आप खुद ऑनलाइन जाकर अपना भुगतान स्टेटस चेक कर सकते हैं। इसके लिए पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं और ‘Beneficiary Status’ सेक्शन में अपना आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालें। वहां आपको पता चलेगा कि आपका भुगतान हुआ है या नहीं। अगर भुगतान फेल हुआ है या नाम/बैंक डिटेल्स में कोई गलती है, तो आप नजदीकी CSC केंद्र या कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं। सरकार ने किसानों की मदद के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन 155261 और 011-24300606 भी जारी की है। इन नंबरों पर कॉल करके भी आप अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। ध्यान रखें कि सभी दस्तावेज सही और अपडेटेड हों ताकि भविष्य की किस्तों में कोई अड़चन न आए।